Wednesday, September 18, 2013

फ़ाइल ख़त्म पैसा हजम

कौन कमबख्त कहता है, की tension सिर्फ बड़ो को होता है, मेरा तो पूरा बचपन टेंशन में बीता है। स्कूल से आने से लेकर जाने तक सिर पर भारी बोझ, home work नहीं किया, आज तो मैडम पक्का मारेगी। बस इसी खौफ के चलते मैं हमेशा भगवान् से खुद को जल्द से जल्द बड़ा कर देने की प्रार्थना किया करता था। पर आप
तो जानते ही है भगवान् के घर करोड़ों अरबों अर्जियों का पहले ही अम्बार लगा हुआ है, मेरी अर्जी पर तो कहाँ उनकी निगाह जाती। दर्द बहुत है इस दुनिया में और भगवान् भी बड़े रिश्वतखोर है, बिना सवा किलो लड्डू के तो मंदिर की लाइन में भी सवा सेकंड खड़े नहीं रहने देते। जितना बड़ा डिब्बा आपके हाथ होगा उतना ही अधिक देर दर्शन का लाभ मिलेगा। भगवान की लीला भगवान जाने, चलिए फिर मेरे टेंशन पर आते है। तो कुल मिलकर इस होम वर्क अर्थात गृह कार्य ने मेरे जीवन की शांति छीन रखी थी। 
एक बार सातवी कक्षा में कुछ यूँ हुआ की साल भर मैंने इतिहास का होमवर्क किया ही नहीं, और ना जाने कैसे पर कभी पकडे भी नहीं गए। साल के अंत में वार्षिक परीक्षा से ठीक पहले एक कॉपी टेस्ट हुआ, इसमें साफ़ सुथरी खाकी कवर कॉपी, अच्छी लेखनी आदि के अंक मिला करते थे पर हम तो उस्ताद थे हमारा तो हर पन्ना ही साफ़ था दिखाते भी तो क्या ? बस मन घबराने लगा। लगा इस बार तो लुड़कना तय है, पिताजी के तमाचे और मैडम जी की स्केल का डर सताने लगा। हालत ऐसी की काटो तो खून नहीं। 
परीक्षा से एक दिन पहले एक खाली कॉपी को जितना भर सकते थे उतना भरा पर साल भर के काले कारनामों को एक दिन में धोया नहीं जा सकता। हिम्मत जवाब दे गयी, भगवान् का नाम लेकर स्कूल पहुचे। हर घंटे के साथ धडकनों की रफ़्तार बाद रही थी। इतिहास के पीरियड में मैडम जी क्लास में पहुची, एक-एक करके students को बुलाती गयी और कापियां देख लिस्ट में अंक लिखिती गयी। नाम A से था तो जल्द ही हमारा भी नंबर लग गया। ना जाने अचानक क्या हुआ, खाली हाथ ही मैडम के सामने जा कर खड़ा हो गया। बचपन में बड़े cute से हुआ करते थे हम तो मैडम जी ने भी बड़े
प्यार से कॉपी के बारे में पूछा और हमने रोते हुए जवाब दिया "मैडम कॉपी तो ना जाने कहाँ खो गयी, मिल ही नहीं रही।" मैडम ने चुप कराते हुए कहा कोई बात नहीं चुप हो जाओ दूसरी बना लेना। 
कुछ इसी तरह कोयला मंत्रालय से कोयला आवंटन की फाइलें गुम हो गयी हैं, आखिर लाखों करोड़ों के काले
कारनामों को छुपाने का इस से आसान तरीका और क्या होता। मेरी मैडम चाहे मेरा झूठ को ना पकड़
पायी हो पर मुझे इतना यकीन है, की सुप्रीम कोर्ट इन देश द्रोहियों को नहीं बक्शेगा।

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